TUMSE GALE MILA FIR KAPDE NAHI BADLE-तुमसे गले मिला फिर कपड़े नही बदले-kanha kamboj

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TUMSE GALE MILA FIR KAPDE NAHI BADLE-तुमसे गले मिला फिर कपड़े नही बदले-इस पोस्ट मे कुछ गज़ले और शायरियाँ पेश की गयी है ,जिन्हे kanha kamboj ने लिखा और प्रस्तुत किया है,ये गजल Unkahe Jasbaat यु ट्युब चैनल पर प्रदर्शित किया गया है।

बेशक तू अपने चेहरे बदल ले
पर मुझ से ना कह के नजरे बदल ले
अब अपनी अदाओ मे नयापन ला तू
यार बदल लिया तरीके बदल ले
उसके गले लग कर उसकी खुशबू ले आये
अब कोई कैसे ही यार कपड़े बदल ले

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हुस्ने पर्दा,दिलनशी,दिलकश नजारा
तेरी जुल्फ घटा,तेरी आँखो मे शरारा
तेरे होठ का तिल,तिल तिल तड़पाता है
तेरे गले का तिल मुझे करता इशारा है
सोच रहा था के तुझे सोचते हुये सोचा ये
जिसकी सोच हो तू,वो सोचे ही ना दोबारा

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