Mere Ghar Ram Aaye Hain- मेरे घर राम आये है,Jubin Nautiyal,Manoj Muntashir

Poetry Details

Mere Ghar Ram Aaye Hain- मेरे घर राम आये है- इस सुंदर भजन को Manoj Muntashir जी ने लिखा है और Jubin Nautiyal ने इसे स्वरबद्ध किया है तथा संगीत Payal Dev जी ने दिया है

 

मेरी चौछट पे चल के आज चारों धाम आए हैं
बजाओ ढोल स्वागत में मेरे घर राम आये है
कथा शबरी की जैसे जुड़ गयी मेरी कहानी से
ना रोको आज धोने दो चरण आखो के पानी से
बहोत खुश है मेरे आंसू के प्रभु के काम आए हैं
बजाओ ढोल स्वागत में मेरे घर राम आये है
तुमको पा के क्या है ? स्रष्टी के कण कण से पूछो
तुमको खोने का दुख क्या है कौशल्या के मन से पूछो
द्वार मेरे ये अभागे, आज इनके भाग जागे
बड़ी लंबी इंतजारी हुई रघुवर तुम्हारी तब आयी है सवारी
संदेशे आज खुशियों के हमारे नाम आए हैं
बजाओ ढोल स्वागत में मेरे घर राम आये है
दर्शन पा के हे अवतारी धन्य हुये है नैन पुजारी
जीवन नैया तुमने तारी मंगल भवन अमंगल हारी
निर्धन का तुम धन हो राघव,तुम ही रामायण हो राघव
सब दुख हरना अवध बिहारी मंगल भवन अमंगल हारी
चरण की धूल ले लूं मैं,मेरे भगवान आये है
बजाओ ढोल स्वागत में मेरे घर राम आये है
मेरी चौछट पे चल के आज चारों धाम आए हैं
बजाओ ढोल स्वागत में मेरे घर राम आये है

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