Poetry Details
Mere Kanha-मेरे कान्हा-Jaya Kishori, Jubin Nautiyal Bhajan 2022-इस पोस्ट में जो कृष्ण भजन प्रस्तुत किया गया है,उसे गाया है Jaya Kishori ji, Jubin Nautiyal ji ने,इस भजन को लिखा है Seepi Jha ने और संगीत दिया है Raaj Aashoo ने
राधे तू बड़ भागिनी, कौन तपस्या कीन,
तीन लोक तारण तरण सो तोरे आधीन
नि सा सा रे रे गा मा
पा मा पा मा गा मा गा रे नी सा
एक ने त्यागी न दुनियादारी
वो मीरा कहलायी
नि सा सा रे रे गा मा
पा मा पा मा गा मा गा रे नी सा
दूजी राधा रानी बनके
श्याम सलोना पाई
मुझे को भी तू अपना ले
मन वृंदावन बन जाए
मुझमें तू ही बस जाए
और मन तुझे में रम जाए
ओ मेरे कान्हा
ओ मेरे कान्हा
ओ मेरे कान्हा
ओ मेरे कान्हा
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल
धड़कन धड़कन राधिका, नस नस उड़ती प्रीत
बरसाने में गूंजता, मुरली का संगीत।
ओ मेरे कान्हा सब जन जापे
तेरो नाम ही सुबह शाम
जो मन वैरागी ठेहरे
कान्हा उनमें खुद छुप जाएगा
ओ मेरे कान्हा
ओ मेरे कान्हा
ओ मेरे कान्हा
ओ मेरे कान्हा
गोरे मुख पै तिल बन्यो, ताहि करौं परनाम।
मानो चंद बिछाइकै, पौढ़े सालीग्राम॥
है दिखता जुगनू जगमग
सूरज चंदा खुद से चमक ऐसे
खुद से चमक ऐसे
की मिलता कण कण में
कान्हा का दर्शन हर गोपी को जै्से
हर गोपी को जैसे
ओ मेरे कान्हा तेरा सेवक कर्ता
तुझसे ही दरकार
ये धरती तुझसे घूमे नभ चुमे
ये कदम तेरे सरकार
ओ मेरे कान्हा
ओ मेरे कान्हा
ओ मेरे कान्हा
ओ मेरे कान्हा
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन हरि बोल
जय जय राधा रमन, जय जय राधा रमन….