वंदे मातरम वंदे मातरम वंदे मातरम वंदे मातरम
पुलवामा मे वीरों ने जो जान देश पे वारी है
दुश्मन की औकात नही ये अपनो की गद्दारी है
दुश्मन की औकात नही ये अपनो की गद्दारी है
दुश्मन घर पर बैठे है तुम कोसते रहो पडोसी को
जो छुरी बगल में रखते है तुम मार दो ना उस दोषी को
जो छुरी बगल में रखते है तुम मार दो ना उस दोषी को
इस धोखे के हमले मे जो अपनो का काम नही होता
पुलवामा मे उन वीरो का ये अंजाम नही होता
पुलवामा मे उन वीरो का ये अंजाम नही होता
अपनो की गद्दारी का जो होता इसमे रूप नही
कैसे पता चला दुश्मन को ये गाडी बुलेट्प्रूफ नही
कैसे पता चला दुश्मन को ये गाडी बुलेट्प्रूफ नही
उन वीरो को गद्दारी का गर एह्सास जरा होता
पुलवामा मे एक भी सैनिक ना लाचार मरा होता
पुलवामा मे एक भी सैनिक ना लाचार मरा होता
कौन है जयचंद अपने देश मे कब एह्सास तुम्हे होगा
ये देश खतम हो जयेगा क्या तब आभास तुम्हे होगा
ये देश खतम हो जयेगा क्या तब आभास तुम्हे होगा
क्या बस गरीब माँ बापो ने रक्षा का बीडा टाया है
एक भी नेता का बेटा क्यों शहीद नही हो पाया है
एक भी नेता का बेटा क्यों शहीद नही हो पाया है
जो शहीद के घर पे लिखते हो महसुस करो उस पत्थर को
अगर जरा दम रखते हो तुम तोड धारा ७० को
अगर जरा दम रखते हो तुम तोड धारा ७० को
कभी दिखाओ हमें तुम्हरा कितना बडा कलेजा है
कभी मिलो उस बाप से जिसने फौज मे बेटा भेजा है
कभी मिलो उस बाप से जिसने फौज मे बेटा भेजा है
गोडी गाडी समाधान नही तो क्या है कुछ बतलाओ तुम
बेहरुपिये नेता जी कभी असली रुप दिखाओ तुम
बेहरुपिये नेता जी कभी असली रुप दिखाओ तुम
जब देश मे मातम पसरा है तुम वफा निभाने जाते हो
क्या कश्मीर उन्हे दे दे तुम जिनकी दावत खाते हो
क्या कश्मीर उन्हे दे दे तुम जिनकी दावत खाते हो
आजाद सिंह आजाद नही आजादी का दम भरता है
ये बेबस दिल रो पडता है जब देश का बेटा मरता है
ये बेबस दिल रो पडता है जब देश का बेटा मरता है
वंदे मातरम वंदे मातरम वंदे मातरम वंदे मातरम
Music_ Singer :– Kavi Singh
Lyrics :- Aazad Singh