Kikkar-किक्कर–हरयाणवी लोक गीत को Surender Romio, Anu Kadyan ने गाया है,गाने को Andy Dahiya ने लिखा है और गाने मे GR Music ने म्युजिक दिया है।
किक्कर के पेड पे चडादे झाई रोइ के
किक्कर के पेड पे चडादे झाई रोइ के
घोटे आलि चुंदडी मंगदे भई रोई के
घोटे आलि चुंदडी मंगदे भई रोई के
रे सुन्न मरजाने
झाडिये तु रोब रे यो जाके किसे और पे
झाडिये तु रोब रे यो जाके किसे और पे
गेर लुन्गा लत्ता मे आज किसे और पे
गेर लुन्गा लत्ता मे आज किसे और पे
झाडिये तु रोब रे
ओड़ के चुनरिया रे मै बागा मे गयी थि
मालि के पे फूल रे लेवण मै गयी थी
ओड़ के चुनरिया रे मै बागा मे गयी थि
मालि के पे फूल रे मै लेवण गयी थी
पाटगी चुनरिया सिलवादे झाई रोइ के
गोटे आलि चुंदडी मंगादे भई रोइ के
गोटे आलि चुंदडी मंगादे भई रोइ के
रे सुन्न मरजाने
एक दो फूल रे चोके लेण गयी थी
बागा पे बता दे रे के दोके लेण गयी थी
एक दो फूल रे चोके लेण गयी थी
बागा पे बता दे रे के दोके लेण गयी थी
देख्लिया चाले से लथ के तु जोर पे
गेर लुन्गा लत्ता मे आज किसे और पे
गेर लुन्गा लत्ता मे आज किसे और पे
झा्ड़ीये तु रोब रे
तु बरसेगा खुलके वो दिन कदे आवेगा
के तु एंडी धहीया सर पे धरके लेके जावेगा
तु बरसेगा खुलके वो दिन कदे आवेगा
के तु एंडी धहीया सर पे धरके लेके जावेगा
सखिया मे धाक बनादे जाई रोइ के
गोटे आलि चुंदडी मंगादे भई रोइ के
गोटे आलि चुंदडी मंगादे भई रोइ के
रे सुन्न मरजाने
डाकल आले रोमियो ने डर कोन्या तेरा रे
मत ना तु आच्छा आच्छा खून पिवे मेरा रे
डाकल आले रोमियो ने डर कोन्या तेरा रे
मत ना तु आच्छा आच्छा खून पिवे मेरा रे
कोन्या लौ चुन्द्री मन्गाले काले चोर पे
गेर लुन्गा लत्ता मे आज किसे और पे
गेर लुन्गा लत्ता मे आज किसे और पे
झाड़िये तु रोब रे
Its GR Music
Singer Surender Romio, Anu Kadyan
Music GR Music
lyrics Andy Dahiya
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