Aawatari Ghare Devi Maai | आवतारी घरे देवी माई–भजन को Pawan Singh & Sona Singh ने गाया है। इस भजन को Rajnish Chaubay ने लिखा है और Chotu Rawat ने म्युजिक दिया है।
आवतारी घरे देवी माई हो
फुलवा से रहिया सजाईब हो -२
तां हाली करी ना कुछउ उपाई हो
पतरी रसरिया कईसे झुलुआ लगाइब हो
सातो रे बहिन के संघे झूलीहे भैरव भाई हो
पतरी रसरिया कईसे…
[म्युजिक]
मईया दुलारी हई सुकुआरी छन ही में जईहे रुस हो
तुही बतावा ए मोर रनिया कईसे करब हम खुश हो -२
फूल अड़हुल जाके ली आई हो
पतरी रसरिया कईसे झुलुआ लगाइब हो
सातो रे बहिन के संघे झूलीहे भैरव भाई हो
पतरी रसरिया कईसे
[म्युजिक]
भर नवरातर निमिये के छईया मईया के होला बसेरा
चौबे रजनीश पवन से मँगा देब होखे द पूजा के बेरा
ए जी ..भर नवरातर निमिये के छईया मईया के होला बसेरा
चौबे रजनीश पवन से मँगा देब होखे द पूजा के बेरा
अरे ..झालर मोती से निमिया सजाई हो !
पतरी रसरिया कईसे झुलुआ लगाइब हो !
सातो रे बहिन के संघे झूलीहे भैरव भाई हो !!
पतरी रसरिया कईसे
Singer :- Pawan Singh & Sona Singh
Lyrics :- Rajnish Chaubay
Music :- Chotu Rawat
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