Matlab-मतलब–गाने को Yasser Desai ने गाया है। गाने को Anjjan Bhattacharya ने कंपोस किया है और गाने को Kumaar ने लिखा है।
मेरा इश्क़ तो उसके लिए
सीढ़ियों से ज़्यादा कुछ नहीं था
प्यार में मुझे करके इस्तेमाल
छोड़ा जैसे मैं अजनबी था
सीने में दिल ना रोता
दिल से जो थामा होता
तो हाथ छूटते नहीं
मतलब निकल गया
तो अब वो पूछते नहीं..
अब वो पूछते नहीं ..
मौसम बदल गया
तो अब वो पूछते नहीं
अब वो पूछते नहीं
[म्युजिक]
मैं उसे चाहता रहा
पागल की तरह
और वो आ के चली गयी
बादल की तरह
ज़िंदगी में उसकी मैं था
एक जरिया
मैं था कश्ती दिल था
मेरा एक दरिया
मुझ पे चल के उसने पाये हैं किनारे
पूरे मुझसे ही किए हैं ख्वाब सारे
थे काँच से भी कच्चे वादे जो होते सच्चे
तो वादे टूटते नहीं
मतलब निकल गया
तो अब वो पूछते नहीं
अब वो पूछते नहीं
मौसम बदल गया तो
अब वो पूछते नहीं
अब वो पूछते नहीं
Singer – Yasser Desai
Lyricist – Kumaar
Music Composer – Anjjan Bhattacharya
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